फिल्म इतिहास में कई ऐसे सीन देखने को मिले हैं, जिन पर लोगों का गुस्सा फूट चुका है। हम आपको ऐसे ही एक सीन के बारे में बता रहे हैं, जिस पर 44 साल बाद अचानक विवाद छिड़ गया था।
यह रेप सीन फिल्म 'लास्ट टैंगो इन पेरिस' में मारिया श्नाइडर और मार्लोन ब्रांडो के बीच फिल्माया गया था। 2016 में जब दुनियाभर में #MeToo पर बहस चल रही थी, तब यह सीन जमकर वायरल हुआ था।
दरअसल, फिल्म के डायरेक्टर बर्नार्डो बेर्तोलुची ( Bernardo Bertolucc) ने एक इंटरव्यू में यह माना था कि सीन मारिया श्नाइडर की मर्जी के बगैर शूट किया गया था, ताकि यह रियल लगे।
बर्नार्डो ने माना था कि सीन का आइडिया भयानक था। पर इसका उन्हें अफ़सोस नहीं। उनके मुताबिक़, उन्होंने मार्लोन से सीन के बारे में डिस्कस किया था, लेकिन मारिया को अंधेरे में रखा गया था।
2007 में मारिया ने एक इंटरव्यू में कहा था कि असल में उनका रेप नहीं हुआ था। पर वे अपमानित और रेप पीड़िता की तरह महसूस कर रही थीं। उनके मुताबिक़, सीन स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं था।
मारिया ने बताया था कि जब शूटिंग की तैयारी हो गई, तब उन्हें इन्फॉर्म किया गया। सुनकर उन्हें बेहद गुस्सा आया था। उनके मुताबिक़, उस वक्त उन्हें अपने एजेंट या वकील को बुलाना चाहिए था।
मारिया ने बताया था कि उन्हें ऐसा लगा जैसे बेर्तोलुची-मार्लोन ने मिलकर उनका सच में रेप किया। खास बात यह है कि शूट के बाद दोनों में से किसी ने उन्हें ना तसल्ली दी, ना ही माफ़ी मांगी।
फिल्म का यह रेप सीन एक ही टेक में पूरा हुआ था। उस वक्त मारिया की उम्र महज 19 साल थी और मार्लोन ब्रांडो 48 साल के हो चुके थे। सीन देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था।
2016 में सीन की क्लिप वायरल हुई तो लोगों ने फिल्म पसंद करने वालों को लानत भेजी थी और कहा था कि उन्हें शर्म आनी चाहिए कि वे 48 साल के शख्स द्वारा 19 साल की लड़की का रेप देख रहे हैं।
रेप और सेक्स सीन के चलते यह फिल्म सबसे विवादित फिल्मों में शामिल है। इसकी कहानी एक ऐसे शख्स की है, जो पत्नी की ख़ुदकुशी के बाद फिर से अफेयर में पड़ जाता है।
'लास्ट टैंगो इन पेरिस' में जीन नाम की लड़की का रोल निभाने वाली मारिया का 2011 में कैंसर से निधन हो गया। इससे पहले 2004 में मार्लोन ब्रांडो दुनिया को अलविदा कह गए थे।