दिवंगत दिग्गज एक्ट्रेस ललिता पवार का जन्म 18 अप्रैल 1916 को नाशिक महाराष्ट्र में हुआ था। उनकी बर्थ एनिवर्सरी पर जानिए उनसे जुड़ी रोचक बातें...
कथिततौर पर ललिता की मां प्रेग्नेंस्नी के दौरान एक बार अंबा मां के मंदिर गई थीं। वहीं उन्हें लेबर पेन होने लगा। मंदिर के बाहर उनकी डिलीवरी हुई और बेटी का नाम अंबिका रख दिया।
ललिता के पिता सिल्क का कारोबार करते थे और खूब पैसा कमाते थे। हालांकि, अमीर परिवार की होने के बावजूद ललिता पढ़ नहीं सकीं, क्योंकि उस वक्त लड़कियों को ज्यादा नहीं पढ़ाया जाता था।
एक बार ललिता पिता और भाई के साथ पुणे में शूटिंग देखने गई थीं। डायरेक्टर नाना साहेब ने उन्हें देखा और बाल कलाकार के रूप में चुन लिया। ललिता के पिता इसके लिए मुश्किल से राजी हुए थे।
ललिता पवार उस वक्त 9 साल की थीं, जब उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। यह तब की बात है, जब ललिता ने 1928 में रिलीज फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' की शूटिंग शुरू की थी।
ललिता पवार की पहली फिल्म 1927 में रिलीज हुई 'पतितोद्धार' मानी जाती है। 40 के दशक में वे कई साइलेंट फिल्मों में नज़र आईं। खास बात यह है कि कई फिल्मों में उनके नाम बदलकर रखे गए।
बताया जाता है कि ललिता पवार को लगा कि अंबिका फिल्मों के लिए उपयुक्त नाम नहीं है। इसलिए 'दुनिया क्या है' फिल्म से उन्होंने अपना नाम ललिता रख लिया और आगे वे इसी नाम से मशहूर हो गईं।
ललिता पवार का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे लंबे करियर के लिए दर्ज है। उन्होंने 7 दशक लंबे करियर में 700 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था।
ललिता जब फिल्मों में आईं तो उन्हें 18 रुपए मिलते थे। लेकिन उनकी पोपुलैरिटी ऐसी चढ़ी कि वे एक दौर में सबसे कमाऊ हीरोइन बन गई थीं। जाहिरतौर पर इसमें उनकी मेहनत भी शामिल थी।
चंद्र राव की एक फिल्म की शूटिंग के दौरान भगवान दादा ने ललिता पवार को ऐसा थप्पड़ मारा कि वे बेहोश हो गईं। उनके कान से खून बहने लगा। उन्हें पैरालिसिस हुआ और उनकी दाहिनी आंख सिकुड़ गई।
थप्पड़ के बाद ललिता बीमार पड़ीं तो उन्हें चंद्र राव ने अपनी फिल्म से निकाला। फिर कई अन्य प्रोजेक्ट्स से उन्हें धोना पड़ा। महज 25 साल की उम्र में वे कैरेक्टर रोल करने को मजबूर हो गईं।
ललिता पवार ने कैरेक्टर रोल से भी दर्शकों के जेहन में अमिट छाप छोड़ी। फिर चाहे फिल्मों में निभाया गया क्रूर सास का रोल हो या फिर 'रामायण' जैसे शो में मंथरा का किरदार।
ललिता पवार की शादी फिल्ममेकर गणपतराव से हुई थी। लेकिन बाद में गणपतराव का अफेयर ललिता की छोटी बहन से हो गया और उनका रिश्ता टूट गया। बाद में उन्हें मुंह का कैंसर हो गया।
बताया जाता है कि 24 फ़रवरी 1998 को पुणे स्थित बंगले में ललिता पवार का निधन हुआ, उसमें वे अकेली ही थीं। निधन के वक्त वे 81 साल की थीं। फैमिली को वे मृत मिली थीं।