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Ramayana के मेकर ने बेची साबुन, प्यून बनकर बांटी चाय, ऐसे बदली किस्मत

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रामानंद सागर का रियल नाम

रामायण सीरियल के मेकर रामानंद सागर एक सिंपल फैमिली से थे । उनका जन्म साल 1917 में लाहौर में हुआ था। उनका रियल नेम चंद्रमौली चोपड़ा था।

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मौत के बाद भी रामानंद सागर की पॉप्युलैरिटी बरकरार

रामानंद सागर का नाम भारत के घर- घर में विख्यात है। रामायण, विक्रम और बेताल जैसे सीरियल ने ज़बरदस्त पॉप्युलैरिटी दिलाई थी।

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रामानंद सागर ने छोटे काम से की शुरुआत

रामानंद सागर ने बहुत कम उम्र से फैमिली को सपोर्ट करना शुरु कर दिया था। उन्होंने साबुन बेचने का भी काम किया था।

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रामानंद सागर ने चपरासी, ट्रक क्लीनर का किया काम

रामानंद सागर ने ज्वेलरी शॉप में भी काम किया, लंबे समय तक तो वे चपरासी का काम करते रहे। उन्होंने ट्रक क्लीनर का भी काम किया है।

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बेहतरीन राइटर भी थे रामानंद सागर

रामानंद सागर ने 32 शॉर्ट स्टोरी, 4 कहानियां, 1 उपन्यास और 2 नाटक लिखे। वह पंजाब के प्रसिद्ध अखबार डेली मिलाप के एडीटर भी थे।

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फिल्मों में क्लैपर बॉय से की करियर की शुरुआत

रामानंद सागर ने फिल्मों में अपना करियर एक क्लैपर बॉय के रूप में शुरू किया था। वे पृथ्वी थिएटर में स्टेज मैनेजर के रूप में काम कर चुके थे ।

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रामायण ने बदली रामानंद की किस्मत

रामायण सीरियल ने रामानंद सागर को पूरे देश में फेमस कर दिया था।  ये सीरियल जब-जब रिले होता है, इसे दर्शकों का खूब प्यार मिलता है। 

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रामानंद सागर को था पढ़ाई का शौक

रामानंद सागर ने बताया कि 'मुझे पढ़ने-लिखने का शौक था और मैं इस काम से जो भी कमाता था उसे अपनी पढ़ाई में लगा देता था.''

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