पिट्ठा चावल के आटे और दाल से बनता है। चावल के आटे को उबालकर मुलायम किया जाता है। फिर इसके अंदर दाल का मिश्रण भरा जाता है। इसके बाद इसे स्टीम करके बनाया जाता है।
धुस्का का स्वाद चखे बिना झारखंड की यात्रा अधूरी है। चावल दाल के घोल से तैयार धुस्का हर घर में बनता है और इसे नाश्ते के रूप में खाया जाता है। आलू की सब्जी साथ इसे परोसा जाता है।
छिल्का रोटी चावल के आटे से बनाई जाने वाली एक अनोखी डिश है। आटे को बेल लिया जाता है और 'छिल्का' नामक मशीन से छोटे-छोटे छेद किए जाते हैं। फिर तवे पर इसे पकाया जाता है।
रूगरा झारखंड का मशरूम है। इसकी सब्जी का टेस्ट चिकन के टेस्ट को फेल कर देता है। मानसून के मौसम में यह मिलता है और इसकी कीमत 200 से 300 रुपए किलो होती है।
हंडिया एक ड्रिंक है जो झारखंड में ही बनता है। चावल के साथ 20-25 हर्ब्स को डालकर इसे बनाया जाता है। एक हफ्ते में यह ड्रिंक तैयार होता है।
झारखंड में बिहार की तरह लिट्टी चोखा काफी फेमस है। लिट्टी को यहां दही, बैगन का भर्ता, आलू चोखा और पापड़ के साथ खाया जाता है। धनिए की चटनी भी इसके साथ परोसी जाती है।
डुबकी कढ़ी एक तीखी और मसालेदार करी है जो दही और बेसन से बनाई जाती है। इसे अक्सर चावल साथ परोसा जाता है।