चिकन और मांस को दोबारा गर्म करने से प्रोटीन टूट सकता है और संभावित टॉक्सिन यौगिकों में परिवर्तित हो सकता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
अंडे को उनके खोल के साथ दोबारा गर्म करने से अंदर भाप जमा होने के कारण वे फट सकते हैं। यदि आपके पास उबले अंडे हैं, तो बेहतर होगा कि उन्हें दोबारा गर्म करने से पहले छील लें।
मशरूम में चिटिन नामक हाई प्रोटीन सामग्री होती है, जिसे पचाना मुश्किल हो सकता है। इन्हें दोबारा गर्म करने से बैक्टीरिया बढ़ सकता है और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
कम स्मोक पॉइंट वाले तेल जैसे ओलिव ऑयल और सनफ्लावर ऑयल को हमें दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे इसमें टॉक्सिन पैदा होने लगते हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
चाय को दोबारा गर्म करने पर इसमें एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण पेट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
आलू को पकाया जाता है और कमरे के तापमान पर छोड़ दिया जाता है, तो आलू में बोटुलिज़्म पैदा करने वाले बैक्टीरिया पनपते हैं। इन्हें दोबारा गर्म करने से ये बैक्टीरिया खतरनाक हो सकते है।
हैम, सलामी और हॉट डॉग जैसे डेली मीट में नाइट्रेट और नाइट्राइट हो सकते हैं। इन्हें दोबारा गर्म करने से संभावित रूप से हानिकारक यौगिकों बनने लगते है।
चावल में बेसिलस सेरेस नामक जीवाणु होते हैं। ऐसे में यदि चावल को दोबारा गर्म किया जाता है, तो ये बीजाणु टॉक्सिन का कारण बन सकते हैं।
पालक, केल और सलाद जैसी पत्तेदार सब्जियां नाइट्रेट से भरपूर होती हैं। दोबारा गर्म करने पर ये नाइट्रेट हानिकारक नाइट्राइट में बदल सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।