मिलेट्स इडली इन दिनों काफी ट्रेंड में है। वेट लॉस के दौरान लोग इसे खाना पसंद करते हैं। यह इडली के पोषण मूल्य को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है।
ओट्स इडली एक हेल्दी वर्जन है। जिसे रोल्ड ओट्स और अन्य अनाज शामिल हैं। यह उन लोगों के लिए एक पौष्टिक विकल्प है जो चावल का सेवन कम करना और फाइबर बढ़ाना चाहते हैं।
रवा (सूजी) इडली पारंपरिक इडली का एक तेज़ और ईजी वर्जन है। दही के साथ रवा मिलाकर इसे बनाया जाता है। चावल और दाल से अलग इस इडली का स्वाद होता है
पोहा इडली में इडली का नरम और हल्का वर्जन है। चावल और उड़द दाल के साथ चपटे पोहा का उपयोग किया जाता है।
बाजरा इडली वैसे तो बहुत ही कम लोग बनाते हैं। लेकिन यह खाने में काफी हल्का और पोषक से भरपूर होता है। बाजरे के आटे को दही में डालकर बैटर तैयार किया जाता है।
नरम और प्रोटीन युक्त किस्म बनाने के लिए पनीरको टुकड़े करके इडली बैटर में मिलाया जा सकता है। आप चाहे तो पालक भी पीसकर इडली बैटर में मिला सकते हैं। ये और भी हेल्दी हो जाएगा।
कांचीपुरम इडली तमिलनाडु की एक पारंपरिक विविधता है जिसमें काली मिर्च, जीरा और घी जैसे अतिरिक्त मसाले शामिल होते हैं, जो इसे एक अनूठा स्वाद देते हैं।
गाजर, मटर, शिमला मिर्च को कद्दूकस करके इस इडली को बनाया जाता है। इसमें आप बैटर के लिए सूजी या फिर चावल-दाल ले सकते हैं।
मैसूर रवा इडली में मसाला डालकर बनाया जाता है। जो खाने में काफी टेस्टी होता है। इसे मैसूर चटनी के साथ परोसा जाता है।