हरियाणा के दादरी जिले के गांव कादमा की रहने वालीं 106 वर्षीय धावक सुपर दादी रामबाई आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। रामबाई अब तक कई एथलेटिक्स चैंपियनशिप जीत चुकी हैं।
अब रामबाई का नाम हर किसी की जुबान में चढ़ चुका है। इसी के साथ रामबाई की सेहत का राज भी सामने आ गया। जो कि फुल वीगन डाइट है।
उड़नपरी रामबाई की सेहत का राज खीर, चूरमा और दही है। वो घी खाने की भी शौकीन हैं। मगर उन्हें सबसे ज्यादा ताकत बाजरा खाने से मिलती है।
बचपन से ही उनके भोजन में बाजरे से बनी चीजें होती हैं। सर्दियों में बाजरे की रोटी खाती हैं तो वहीं गर्मियों में बाजरे से बनी खिचड़ी जरूरी खाती हैं।
रामबाई हर रोज 230 ग्राम घी पीती हैं। यह कभी चूरमे के साथ तो कभी रोटी में खाती हैं। साथ ही आधा किलो दही उनकी रोज की डाइट का हिस्सा है।
106 साल की उम्र होने के बावजूद रामबाई लाठी के सहारे नहीं चलती हैं। इतना ही नहीं रामबाई अपने सारे काम खुद करती हैं। वो किसी भी काम के लिए दूसरे पर आश्रित नहीं हैं।
रामबाई सुबह चार बजे उठकर अपने दिन की शुरुआत करती हैं। लगातार दौड़ और पैदल चलने के अभ्यास के साथ वे इस उम्र में भी पांच-छह किलोमीटर दौड़ लगाती हैं।