विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होती है, थकान, डिप्रेशन जैसी समस्या सामने आती है। लेकिन अगर हम कुछ उपाय करें तो विटामिन डी की आपूर्ति बॉडी में कर सकते हैं।
न्यूटिशनिस्ट की मानें तो धूप विटामिन डी का अच्छा सोर्स होता है। हर इंसान को हर दिन 10-20 मिनट धूप में बैठना चाहिए। यह नेचुरली बॉडी को विटामिन डी देता है।
फैटी फिश (सैल्मन, मैकरल और सार्डिन) का सेवन करें। अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड अनाज, डेयरी प्रोडक्ट्स और प्लांट बेस्ड मिल्क भी विटामिन डी का सोर्स है इसके अलावा मशरूम का भी सेवन करें।
ठंडे इलाकों या धूप की कमी वाले स्थानों में, यूवी लैंप्स विटामिन डी के प्रोडक्शन में मदद कर सकते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि अधिक शरीर में चर्बी वाले लोगों में विटामिन डी का स्तर कम होता है। विटामिन डी शरीर की फैट कोशिकाओं में जमा हो जाता है और उपयोग में नहीं आ पाता है।
अगर पर्याप्त धूप या वैसे फूड नहीं लेते हैं तो फिर सप्लीमेंट ले सकते हैं।सप्लीमेंट 2 प्रकार (D2 और D3) के होते हैं। स्टडी के मुताबिक D3 सप्लीमेंट्स D2 की तुलना में अधिक प्रभावी हैं।