दोपहर में सोना स्लीपिंग डिसऑर्डर का ज्यादातर लोगों को शिकार बनाता है। जैसे नार्कोलेप्सी यानि दिन के समय अचानक सो जाने की लगातार हमेशा इच्छा होना।
रिपोर्ट्स की मानें तो दोपहर में सोने से वजन बढ़ने की समस्या भी देखने को मिलती है। लगातार इससे व्यक्ति के मोटापे में इजाफा होता है।
स्लीप इनर्शिया इस स्थिति को कहा जाता है, जिसमें इंसान आधा जगा और आधा सोया हुआ होता है। इस स्थिति में उसकी सोचने-समझने की क्षमता कम हो सकती है।
दिन में सोने के कारण आपको रात में नींद न आने की समस्या हो सकती है। अगर आपको रात में इंसोम्निया की दिक्कत है या नींद नहीं आती, तो दोपहर में सोने से यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
दिन की नींद से सीधा असर आपके नियमित ऑफिस या स्टडी पर पढ़ता है। इससे व्यक्ति की प्रोडक्टिविटी पर असर होता है।
कई बार ऐसा भी होता है कि इस हैबिट से स्लीप इनर्शिया हो जाए। इसके दौरान आपका मूड खराब रहता है, आपकी प्रोडक्टिविटी लो होती है और तेज सिरदर्द भी हो सकता है।