डायबिटीज को कंट्रोल न किया जाए तो बवासीर या पाइल्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बॉडी में डिहाइड्रेशन और सही तरह से ब्लड फ्लो न होने की वजह से व्यक्ति को पाइल्स हो जाता है।
डायबिटीज के मरीजों को पाइल्स होने की स्थिति में लंबे समय तक एक जगह नहीं बैठे रहना चाहिए। इससे दर्द बढ़ सकता है और तकलीफ बढ़ सकती है। मरीजों को लंबे समय तक शौच में नहीं बेठना चाहिए।
अगर डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को पाइल्स भी है, तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा फाइबर बेस्ड फूड का सेवन करना चाहिए। फाइबर बेस्ड फूड खाने से पाइल्स से राहत मिलने में भी मदद मिलती है।
पाइल्स के मरीजों को रोजाना गुनगुने पानी में गूदा क्षेत्र की सिंकाई करनी चाहिए। आप चाहें, तो इसमें एप्सम सॉल्ट भी डाल सकते हैं। इस नमक को सेंधा नमक के नाम से भी जाना जाता है।
पाइल्स होने पर रिकवरी में सामान्य से ज्यादा समय लग सकता है। ऐसे में बर्फ की सिंकाई से सूजन कम होने में मदद मिलती है और दर्द में भी कुछ आराम मिलने लगता है।
डायबिटीज के मरीजों के घाव को सूखने में काफी समय लग सकता है। इसलिए, पाइल्स का इलाज घर में करने की कोशिश कभी न करें। बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज कराएं।