भीगी हुई किशमिश पॉलीफेनॉल और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करती है।
भीगी हुई किशमिश डाइटरी फाइबर का एक अच्छा सोर्स है, जो पाचन में मदद करती है और कब्ज को रोकती है। फाइबर हेल्दी आंत माइक्रोबायोटा को बनाए रखने में भी मदद करता है।
भीगी हुई किशमिश कार्बोहाइड्रेट का एक नेचुरल सोर्स है, जिसमें ग्लूकोज और फ्रुक्टोज जैसी नेचुरल शुगर शामिल हैं, जो हमें इंस्टेंट एनर्जी देती है।
भीगी हुई किशमिश कैल्शियम से भरपूर होती है, जो बोन हेल्थ और मजबूती के लिए जरूरी है। किशमिश में पाए जाने वाले विटामिन के और मैग्नीशियम ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम कर सकता है।
भीगी हुई किशमिश में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है, जिसका मतलब ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करती है और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करती हैं।
भीगी हुई किशमिश में विटामिन सी और आयरन होता है, जो इम्यूनिटी को बूस्ट कर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की शरीर को ताकत देती है।
किशमिश एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन, मिनरल्स से भरपूर होती है जो हेल्दी स्किन को बढ़ावा देती है। एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने और विटामिन C कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करता है।
किशमिश में पोटेशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर हार्ट को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। किशमिश में मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्व सूजन को कम कर सकते हैं।
किशमिश को एक कटोरे में रखें और पानी से ढक दें। किशमिश को कम से कम 4-6 घंटे या रात भर के लिए भीगने दें। भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से पहले पानी निकाल दें।