इस आसन को करने के लिए बॉडी फ्लेग्जिबिलिटी होने जरूरी है। 5 से 20 मिनट तक इस पोज को होल्ड करके रखा जाता है इस योगा को करने पर तनाव से छुटकारा और शरीर को आराम का एहसास होता है।
Image credits: alaya/instagram
Hindi
अधो मुख वृक्षासन
पीठ के निचले हिस्से में ढीलापन न आने दें। जैसे ही आप फर्श का अपोजिट करते हैं और संतुलन तलाशते हैं, अपना पेट अंदर और ऊपर खींचें। इससे रीढ़ की हड्डी को लंबा करने में मदद मिलती है।
Image credits: alaya/instagram
Hindi
हनुमानासन
हनुमानासन मांसपेशियों की ताकत, लचीलेपन, चपलता और सहनशक्ति में सुधार करता है। ये कूल्हे और पैर की चोट के जोखिम को कम कर सकता है और मांसपेशियों को टोन करने में मदद करता है।
Image credits: alaya/instagram
Hindi
उत्थित हस्त पादांगुष्ठासन
उत्थिता हस्त पदंगुष्ठासन एकाग्रता और मांसपेशियों और तंत्रिका संतुलन में सुधार करने में मदद करता है। यह हैमस्ट्रिंग, कूल्हों और पैर की मांसपेशियों को टोन करने में मदद कर सकता है।
Image credits: alaya/instagram
Hindi
नटराजासन
नटराजासन का अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। यह तनाव और वजन कम करने में मदद कर सकता है। यह एकाग्रता और मुद्रा को बेहतर बनाने में सही है।
Image credits: alaya/instagram
Hindi
ट्विस्टेड पोज
इस तरह के ट्विस्टेड पोज हमेशा कमर, पैर और हाथ के लिए सुपर बेस्ट रहते हैं। इससे आप पतली कमर भी पा सकती हैं और ये कमाल लगता है।