पत्तेदार सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट भारी मात्रा में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके प्रदूषण के हानिकारक इफेक्ट से बचाता है। पालक, केल और अन्य पत्तेदार सब्जियों को डाइट में लें।
सैल्मन, मैकेरल और फ्लैक्ससीड्स जैसी फैट फिश में ओमेगा-3 पाया जाता है। यह फेफड़ों पर प्रदूषण के इफेक्ट को कम करने में मदद कर सकता है।
बेरीज में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है और प्रदूषण के इफेक्ट को कम करता है। बेरीज के अलावा, संतरा , शिमला मिर्च में भी यह पाया जाता है।
अदरक में सूजनरोधी गुण होते हैं और यह वायुमार्ग में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इसका सेवन चाय के रूप में किया जा सकता है। सब्जी में डालकर इसे खा सकते हैं।
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक प्राकृतिक सूजन रोधी यौगिक है। डाइट में हल्दी शामिल करके अपने फेफड़ों पर प्रदूषण के इफेक्ट को कम कर सकते हैं।
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। प्रदूषण के मौसम में यह एक हेल्दी ड्रिंक हैं।
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। प्रदूषण के मौसम में यह एक हेल्दी ड्रिंक हैं।
अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने से आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम में नमी के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। यह फेफड़ों पर वायु प्रदूषण के असर को कम करता है।