ना रातों को सो रही हो, ना अपने दुखों में रो रही हो। निजी सुखों को त्याग कर, दूसरों का ख्याल रख रही हो।
बीमारी में अपने भी साथ छोड़ देते है, लेकिन वो साथ हर बार देती है, अपनी सेवा से नर्स दीदी समाज को स्वास्थ्य का उपहार देती है।
जीवन की डोर हो तुम, जीवन संचार हो तुम, करती नैया पार हो तुम, नर्स नहीं भगवान हो तुम...
आप जीने की उम्मीद देते हैं और इससे लोग अपनी बीमारी से लड़ते हैं और ठीक हो जाते हैं।
नर्स दिवस पर उन सभी नर्सों को हार्दिक शुभकामनाएं जिन्होंने हमेशा अपने मरीजों के जीवन को अपने से पहले रखा है। हैप्पी नर्सेज डे।
बीमारों से है स्नेह तुम्हारा, सदैव रखती हो ख्याल हमारा, अपने सुखों को त्याग रही हो, रातों को तुम जाग रही हो, हम पर अपनी ढाल बनाती, दुनिया को तुम स्वस्थ बनाती।
बहुत ढूंढा खुदा को दर-बदर मगर वो कही भी नजर नहीं आया, जब बीमार पड़ा मैं बुढ़ापे में तो नर्स में उसकी झलक पाया।
तुम कर्मनिष्ठ सेवा की मूरत, हर काम तेरा कमाल है है तहेदिल से आभार तुम्हारा, तू इंसानियत की मिसाल है।