महिलाओं के शरीर का सबसे चमत्कारी फैक्ट तो यही होता है कि वो एक जिंदगी को इस दुनिया में लेकर आती हैं। लेकिन इसके अलावा कुछ फैक्ट्स हैं जिसे वो खुद नहीं जानती हैं।
महिलाओं के शरीर में पुरुषों से ज्यादा Elastic मौजूद होता है। इतना ही नहीं इनके मसल्स भी पुरुषों के मुकाबले अलग होते हैं। जिसकी वजह से इनका शरीर ज्यादा फ्लेक्सिबल होता है।
औरतों पर अल्कोहल का असर बहुत ज्यादा होता है। इसके पीछे वजह हैं उनका वाटर टिशू जो पुरुषों के मुकाबले कम होता है। जिसकी वजह से शराब हजम नहीं कर पाती हैं।
महिलाओं का ब्रेस्ट एक समान नहीं होता है। एक बड़ा और दूसरा छोटा होता है। इसके पीछे ब्रेस्ट टिशू के वैल्यूम में फर्क होना होता है।
महिलाओं के यूट्रस का साइज शुरुआती दौर में एक नींबू के आकार का होता है। लेकिन प्रेग्रेंसी के दौरान यह तरबूज के आकार का हो जाता है।
महिलाएं पुरुषों से ज्यादा जीती हैं।इनका इम्यून सिस्टम ज्यादा मजबूत होता है। किसी भी तरह के इंफेक्शन से महिलाओं के हार्मोंस लड़ने में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मजबूत होते हैं।
महिलाएं अपने जीवन भर में 1.8 किलो लिपस्टिक शरीर के अंदर ले लेती हैं। स्किन की एब्जॉर्बिंग पावर की वजह से लिपस्टिक बिना खाए पीएं भी शरीर के अंदर चला जाता है।
महिलाएं अगर नींद में भी होती है तो हल्की आवाज में उठ जाती हैं। उनके सुनने की शक्ति पुरुष के मुकाबले तेज होती है। इनका कान हायर फ्रिकवेंसी साउंड सुनने में सक्षम होता है।
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम पसीना आता है। पुरुष शरीर में 65 प्रतिशत पानी होता है जबकि महिला में 55 प्रतिशत। कम वाटर टिशू होने के कारण ही उन्हे पसीना कम आता है।
महिलाएं पुरुषों से ज्यादा किसी भी रिश्ते में इमोशनली इंवॉल्व हो जाती हैं।इनके शरीर में ऑक्सीटॉसिन हार्मोन ज्यादा होता है।जिसकी वजह से किसी के प्रति इनका लगाव गहरा होता है।
कहते हैं कि एक महिला के शरीर में बदलाव किशोरावस्था के बाद खत्म हो जाते हैं। जबकि साइंस कहता है कि 20 के बाद भी महिला शरीर खुद को बदल सकता है।ब्रेन में बदलाव भी हो सकता है।