लैंसेट में पब्लिश एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक, 2050 तक एंटी माइक्रोबियल रजिस्टेंस से होने वाली मौतों का आंकड़ा 70 फीसदी तक बढ़ सकता है।
स्टडी की अनुसार, एंटीमाइक्रोबियल रजिस्टेंस से 2050 तक होने वाली मौतों में 1.18 करोड़ तो सिर्फ साउथ एशिया में ही होगा। इसमें भारत, पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका जैसे देश आते हैं।
रिसर्चर ने कहा है कि एंटीबायोटिक्स का ज्यादा और गलत तरीके से इस्तेमाल करने की वजह से गुड बैक्टीरिया पर दबाव पड़ रहा है। इसे ये ज्यादा रजिस्टेंट होते जा रहे हैं।
स्टडी की रिपोर्ट के मुताबिक, 1990 और 2021 तक हर साल एंटी माइक्रोबियल रजिस्टेंस से 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है। इसके बाद अब इसमें और तेजी देखने को मिलेगी।
स्टडी के लीड ऑथर केविन इकुटा ने बताया कि 25 सालों में 3.90 करोड़ मर सकते हैं। इसक मतलब हर मिनट में 3 लोगों मौत हो जाएगी।
एंटी माइक्रोबियल रजिस्टेंस से होने वाली मौतों का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों पर पड़ने वाला है।