जब रात भर एसी चलता है तो कमरे का तापमान बहुत कम हो जाता है और तापमान कम होने से सोते समय आपकी नींद डिस्टर्ब हो सकती है।
रातभर AC चलाने से स्किन ड्राई हो सकती है और साथ ही स्किन में इरिटेशन की प्रॉब्लम भी हो सकती है जो आगे जाकर एक्जिमा में बदल सकता है। इसलिए बहुत ज्यादा समय तक एसी की हवा में ना रहें।
एसी की ठंडी हवा में रात भर सोने से हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और वायरल, बैक्टीरिया हमारे शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं।
एसी की ठंडी हवा में सोने से न सिर्फ स्किन पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि अगर एसी की ठंडी हवा में हम सोए, तो इससे आंखों की नमी कम हो सकती है इससे ड्राइनेस और खुजली आदि हो सकती है।
जी हां, बहुत ज्यादा ठंडा तापमान हाइड्रेशन लेवल को भी कम कर सकता है। इसके कारण मुंह का सूखना, सिर दर्द होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
जिन्हें अस्थमा एलर्जी जैसी समस्याएं हैं, उन्हें AC में नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे रेस्पिरेटरी सिस्टम में जलन होती है और खांसी, सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
रात भर एसी में सोने की जगह आप एक-दो घंटे के लिए रात में एसी चला सकते हैं या दरवाजे-खिड़की को खोल कर सोए, जिससे नेचुरल हवा का वेंटिलेशन हो।