जया किशोरी महज 7 साल की उम्र से आध्यात्मिक दुनिया की ओर बढ़ गई थी। 9 साल की उम्र में वो संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्त्रोत, रामाष्टकम जैसे तमाम स्रोत याद कर लिए थे।
जया किशोरी एक इंटरव्यू में वेट लॉस जर्नी के बारे में बात कीं। शुरुआत में उन्होंने एक डाइट फॉलो किया जिसमें खाना ही छोड़ दी। जिसका असर शरीर पर कम दिमाग पर ज्यादा दिखाई देने लगा था।
जया किशोरी बताती है कि वजन तो कम होने लगा लेकिन दिमाग काम करना बंद कर दिया था। पढ़ नहीं पाती थी, कुछ देख नहीं पाती थी। तब समझा कि वेट लॉस एक दिन में नहीं किया जा सकता है।
जया किशोरी बताती है कि वेट लॉस करने के लिए उन्होंने लाइफस्टाइल में बदलाव किया। फास्टफूड खाना छोड़ दिया। धीरे-धीरे वजन कम होने लगा।
जया किशोरी बताती हैं कि वो 99 प्रतिशत सात्वित भोजन लेती हैं। चावल और बेसन की सब्जी उन्हें बहुत पसंद है। 1 प्रतिशत में वो कभी-कभी कुछ अलग खा लेती हैं।
जया किशोरी वेट लॉस के लिए योग और एक्सरसाइज का भी सहारा लिया। आज भी वो घर में एक्सरसाइज, योग और कार्डियो करती हैं। जिसकी वजह से उनका वजन मेंटन रहता है।
जया किशोरी कहती है कि चाय से उनका इमोशनल लगाव है। दिन में एक अच्छी चाय चाहिए । जिसमें चीनी समेत सबकुछ रहना चाहिए। इसके अलावा वो शुगर नहीं लेती हैं।
जया किशोरी बताती है कि रात में वो कुछ वक्त खुद के लिए निकालनी है। मेडिटेशन करना, पढ़ना या फिर कुछ ऐसा देखना जो उनके चेहरे पर मुस्कान लेकर आए। ये सब वो सोने से पहले करती हैं।