नई मां के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि 6 माह के बाद बच्चों को घी या तेल देना चाहिए या फिर नहीं? कुछ लोग मानते हैं कि बच्चे घी नहीं पचा पाते जिससे उनको गंभीर समस्या हो जाती है।
घी में हेल्दी फैटी एसिड्स जैसे कि ओमेगा-3 और ओमेगा -9 होता है। साथ ही विटामिन A, विटमिन E भी होता है। बच्चों की आंखों की मजबूती के लिए भी घी बहुत जरूरी है।
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने इस बारे में सच बताया है। FSSAI के अनुसार 6 महीने के बच्चों को घी वाले फूड दिए जा सकते हैं जो कि पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
बच्चों को सूखा घी खिलाने के बजाय सब्जियों या फिर दलिया में घी को मिक्स कर दें। घी वाला फूड बच्चों को पसंद आता है। इससे बेबी को बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट्स मिलेंगे।
आप बच्चे का खाना पकाते समय भी गाय के दूध से बना शुद्ध देसी घी का इस्तेमाल कर सकती हैं। ज्यादा घी मिलाने के बजाय एक चम्मच घी का इस्तेमाल करें।
अगर आपके बच्चे को लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या है तो भूल कर भी उसे घी ना दें। एक बार इस बारे में डॉक्टर जानकारी जरूर लें।
घी खिलाने से बच्चों की बोंस मजबूत होती है। साथ ही डायजेशन बेहतर होता है। बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी बच्चों को रोजाना 1 टेबलस्पूल घी जरूर दें।