छांदोग्य उपनिषद के अनुसार सात्विक भोजन करने से तन मन चित्त शुद्ध ऊर्जा से भर जाता है। भागवत गीता के अनुसार सात्विक भोजन से जीवन शुद्धता, मजबूती, स्वास्थ्य, खुशी और उत्साह मिलता है।
सात्विक भोजन में फल फूल सब्जियां खाई जाती है, जिन्हें उबालकर खाया जाता है। वहीं, राजसिक भोजन राजघराने में बनता है। तामसिक भोजन में प्याज-लहसुन, मांस, शराब शामिल होता है।
सात्विक भोजन पचाने में बहुत आसान होता है। इसके अलावा इसको शरीर में ऑब्जर्व करने में भी कम एनर्जी खर्च करनी पड़ती है। इससे हार्ट का वर्कलोड भी कम हो जाता है।
हमारे शरीर में दो कोलेस्ट्रॉल होते हैं गुड और बेड। जब हम ताजे फल सब्जियों का सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर को गुड कोलेस्ट्रॉल मिलता है।
सात्विक भोजन जैसे ताजे फल और सब्जियों से तैयार सलाद खाने से शरीर को प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल और मोनोसैचुरेटेड फैट मिलता है, जिससे इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है।
सात्विक डाइट में तेल और मसाले का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है और हमारा दिमाग भी स्टेबल रहता है।
फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो हमारे पाचन तंत्र को स्ट्रांग बनाता है। इतना ही नहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट क्रॉनिक बीमारियों से भी बचाता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर आप सात्विक डाइट लेते हैं, तो इससे डायबिटीज, हाइपरटेंशन और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
फास्टिंग करने से शरीर को रेस्ट मिलता है। सात्विक भोजन करने से आप बीमारियों से दूर बने रहते हैं। इस डाइटरी पैटर्न को अक्षय कुमार, मनोज बाजपेई जैसे कई एक्टर फॉलो कर चुके हैं।