रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहें। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार (9 अक्टूबर) को उन्होंने अंतिम सांस लीं। पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा।
86 साल के रतन टाटा को वैसे तो बुढ़ापे से जुड़ी कई बीमारी थी। लेकिन उन्हें बीपी की समस्या थी। वो रेगुलर चेकअप के लिए अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन उन्हें ICU में भर्ती करा लिया गया था।
वैसे तो ब्लड प्रेशर की बीमारी बुजुर्गों की कही जाती है। लेकिन अब युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं। खराब लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से वो बीपी के शिकार हो रहे हैं।
हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) यह तब होता है जब बीपी सामान्य ( 120/80 mmHg ) से ज्यादा होता है। वहीं लो ब्लड प्रेशर (हाइपोटेंशन) यह तब होता है जब बीपी सामान्य से कम हो जाता है।
सिरदर्द
चक्कर आना
सांस लेने में तकलीफ
सीने में दर्द
नाक से खून आना
धुंधली दृष्टि
थकान या भ्रम
चक्कर आना
धुंधली दृष्टि
थकान
बेहोशी
ध्यान में कमी
ठंडा, पसीना आना
डिहाइड्रेशन
अत्यधिक नमक का सेवन
मोटापा
धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन
तनाव और चिंता
शारीरिक गतिविधि की कमी
अनुवांशिकता (पारिवारिक इतिहास)
उम्र बढ़ना
हेल्दी डाइट, नमक का सेवन कम करना, रेगुलर एक्सरसाइज, टेंशन को मैनेज करना, स्मोकिंग और शराब से परहेज, नियमित रूप से बीपी की जांच कराना और डॉक्टर के बताए दवा का सेवन करना।