सांप की कई प्रजातियां काफी खतरनाक होती है। जिसके काटने से मौत हो जाती है। भारत में हर साल सांप के काटने से 7 लाख लोगों की मौत होती है।
सांप काटने पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को तुरंत इलाज नहीं मिल पाता है जिसकी वजह से उनकी मौत हो जाती है। शरीर में जहर फैलन में 3 से 4 घंटे का वक्त लगता है।
सांप काटने पर अगर तुरंत घरेलू उपचार शुरू किया जाए तो जहर शरीर में फैलने से रोका जा सकता है। जिसके बाद मरीज को अस्पताल लेकर जा सकते हैं।
सांप काटने पर मरीज को प्यास लगती है और वो पानी की मांग करता है। ऐसे में उसे पानी देने की भूल बिल्कुल भी ना करें। इससे जहर तेजी से फैलने लगता है।
सांप काटने पर मरीज को तुरंत बहुत मात्रा में घी पिलानी चाहिए। जिससे उसे उल्टी होगी और जहर का असर कम होगा।
अरहर की दाल पीसकर पिलाने से भी जहर का असर कम होता है।इंफेक्शन नहीं फैलता है।
लहसुन को पीसकर पेस्ट बना लें। इसे शहद में मिलाकर मरीज को खिलाएं। इससे भी जहर का असर कम होता है।
अगर मरीज किसी तरह की अंगूठी, कंगन या फिर छल्ला पहना है तो उसे तुरंत निकाल देना चाहिए। इससे सूजन आ सकती है और ये नुकसान पहुंचा सकती है।
सांप काटने वाले मरीज जितना मुमकीन हो सके तुरंत अस्पताल लेकर जाना चाहिए। झाड़- फूक के चक्कर में नहीं आना चाहिए।