मेनोपॉज के दौरान बॉडी में कई तरह के बदलाव होते हैं। शरीर में गर्मी जहां ज्यादा बढ़ जाती है। स्किन और बालों पर भी इसका असर दिखता है। इस दौरान ब्रेस्ट में भी बदलाव दिखाई देते हैं।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट में सूजन आ जाता है। इसकी वजह ब्रेस्ट में फ्लूइड का जमा होना होता है। हार्मोनल बदलाव इसके लिए जिम्मेदार होते हैं।
मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन का लेबल कम होने लगता है। जिसकी वजह से निप्पल अंदर की तरफ मुड़ना शुरू हो जाता है। इसके अलावा डार्क एरिया भी सिकुड़ने लगता है।
प्रीमेनोपॉज और मेनोपॉज के दौरान ब्रेस्ट में लम्पस पड़ने लगते हैं। जिसकी वजह से महिलाओं को परेशानी होती है। ऐसा हार्मोन्स में परिवर्तन की वजह से होता है।
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के हार्मोन्स में कई बदलाव होते हैं। जिसकी वजह से बॉडी वेट बढ़ने लगता है। जिसकी वजह से ब्रेस्ट का साइज भी बढ़ जाता है।
प्रीमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्ट मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट में दर्द या बर्निंग सेंसेशन का अनुभव होता है। ऐसा हार्मोन में बदलाव की वजह से होता है।
मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं के ब्रेस्ट से डिस्चार्ज की भी समस्याएं होती हैं। ज्यादा होने पर डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।
घरेलू उपायों और अपने स्तनों का नियमित ध्यान रखकर मेनोपॉज के दौरान होने वाले ब्रेस्ट पेन से छुटाकारा पाया जा सकता है। मेनोपॉज के बाद यह खुद ब खुद खत्म भी हो जाता है।