यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की पहल पर 2008 से हर साल 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कैंसर डे मनाया जाता है। इस साल "कैंसर केयर गैप को कम करें" थीम है।
दरअसल कैंसर कोशिकाओं यानि की सेल्स से बना होता है। जब शरीर के किसी अंग की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं, तो उसे कैंसर कहा जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर
महिलाओं को सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर एक आम कैंसर हो गया है। इसमें ब्रेस्ट में गांठ पड़ जाती है और निप्पल से डिस्चार्ज और खून निकलने लगता है।
सर्वाइकल कैंसर भी महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है, जिसमें बच्चेदानी के मुंह के पास की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं। इसी कैंसर ने पूनम पांडे की जान ली।
महिलाओं में तीसरा सबसे ज्यादा पनप रहा कैंसर ओवेरियन या अंडाशय कैंसर भी है। यह एक साइलेंट कैंसर की तरह होता है, जिसका पता आमतौर पर तीसरी या चौथी स्टेज पर पड़ता है।
एसोफैगल कैंसर
एसोफैगल या खाने की नली का कैंसर भी पुरुषों को प्रभावित करता है। 50 साल या ज्यादा उम्र के लोगों में यह कैंसर होता है। इसमें पाचन की समस्या, छाती में जलन हो सकती हैं।
पुरुषों में लंग कैंसर सबसे ज्यादा होता है। खासकर जो मर्द स्मोकिंग या ड्रिंक करते हैं। इसमें बलगम से खून आना, खांसी होना, सांस फूलना, गर्दन में गांठ होना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
पेट का कैंसर महिलाओं पुरुषों दोनों को हो सकता है। इसमें पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, बदहजमी, गैस, तेजी से वजन कम होना, खाने और पीने में दिक्कत का सामना करना सामान्य लक्षण होते हैं।