स्नेक प्लांट हवा में मौजूद बेन्जीन को साफ कर इसे शुद्ध बनाता है। इससे एंग्जायटी के कारण होने वाले सिरदर्द दूर और नींद को दुरुस्त होती है। यह हमारी एनर्जी को बढ़ाता है।
तुलसी एक जड़ी बूटी है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-पायरेटिक, एंटी-सेप्टिक, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। इसी फ्रेगरेंस डिप्रेशन के लक्षणों को दूर करती है।
केसर में क्रोसिन, पिक्रोक्रोसिन और सेफ्रानल जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन शरीर में खुशी पैदा करने वाले हार्मोन सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है।
लैवेंडर की खुशबू मस्तिष्क को उत्तेजना से रोकती है और मन को शांत करती है। यदि आप पौधा नहीं लाना चाहते तो आप इसके तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कई लोग इसकी चाय भी पीते हैं।
जिनसेंग एक प्रकार की जड़ी बूटी है, जिसका इस्तेमाल पारंपरिक रूप से चीनी चिकित्सा पद्धति में किया जाता रहा है। यह हमारे शरीर में ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाती है।
2017 में हुई एक रिसर्च के अनुसार लेमनग्रास के तेल को सूंघने से तनाव कम होने का खुलासा हुआ। इस पौधे में कई आराम देने वाले गुण मौजूद होते हैं।
गांजे का अर्क फाइटोकेनाबिनोइड्स नामक यौगिक से भरपूर होता है, जो सीधे तंत्रिका तंत्र पर असर डालता है. यह तनाव हार्मोन कार्टीसोल को कम करता है। यह नींद की समस्या को भी हल करता है।