प्याज के छिलकों में कई पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और कॉपर। इनसे पौधे तेजी से बढ़ते हैं और मजबूत होते हैं। छिलकों में एंटी माइक्रोबियल गुण भी होते हैं।
अंडे के छिलके में कैल्शियम होता है, जो पौधों की ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसे सुखाकर पीस लें और मिट्टी में मिलाएं।
चाय बनाने के बाद बची हुई वेस्ट पत्तियां पौधों के लिए बहुत ही बेहतरीन हैं। यह मिट्टी में गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करता है, जो करी पत्ते के पौधे के लिए जरूरी है।
केले के छिलकों में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है, जो पौधे को हरा-भरा बनाए रखने में मदद करती है। इसे मिट्टी में मिलाने से पौधे को नैचुरल पोषण मिलता है।
चावल या सब्जियां धोने के बाद बचे पानी को पौधों में डालें। इसमें प्राकृतिक रूप से पौष्टिक तत्व होते हैं जो पौधों की वृद्धि में मदद करते हैं।
नीम की खली एक जैविक खाद होती है, जो पौधों में कीटों को रोकने में भी मदद करती है। यह पौधों को पोषण देने के साथ-साथ उन्हें कीड़ों से भी बचाती है।
लकड़ी की राख पौधों के लिए एक बेहतरीन है। क्योंकि इसमें पोटैशियम और कैल्शियम होता है। यह मिट्टी की पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करती है।