Hindi

भारतीय कॉफी ने दुनिया में मचाई धूम, टॉप 3 में बनाई जगह

Hindi

दुनिया भर में स्वाद का बजाया डंका

हाल ही में, फिल्टर कॉफी को दुनिया के टॉप 38 में सर्वश्रेष्ठ कॉफी में दूसरा स्थान मिला, जिससे इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली।

Image credits: Instagram
Hindi

फिल्टर कॉफी का इतिहास

फिल्टर कॉफी की शुरुआत दक्षिण भारत में हुई, जहाँ कॉफी की खेती 17वीं सदी में बाबा बुदन द्वारा अरब से लाए गए कॉफी बीजों से शुरू हुई थी।

Image credits: Instagram
Hindi

बनाने की पारंपरिक विधि

फिल्टर कॉफी बनाने के लिए स्टील का पारंपरिक फिल्टर उपयोग होता है, जिसमें गर्म पानी कॉफी पाउडर से गुजरता है और धीरे-धीरे डार्क कॉफी तैयार होता है।

Image credits: Instagram
Hindi

दक्षिण भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा

फिल्टर कॉफी विशेष रूप से तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में घरों, होटलों और कैफे में प्रमुख रहा है, जहाँ इसे नाश्ते के साथ पारंपरिक रूप से परोसा जाता है।

Image credits: Instagram
Hindi

परोसने की पारंपरिक विधि

फिल्टर कॉफी को विशेष स्टील या पीतल के 'डब्बा-टंबलर' में परोसा जाता है, जो इसे मिक्स करने और पीने के लिए इस्तेमाल होता है।

Image credits: Instagram
Hindi

फिल्टर कॉफी के साथ मिलाते हैं ये खास चीज

आमतौर पर फिल्टर कॉफी में 80% कॉफी और 20% चीकरी (chicory) का मिश्रण होता है, जो इसे एक अनोखा स्वाद और गाढ़ापन देने में मदद करता है।

Image credits: Instagram

दुर्गा पूजा में दिखाएं सादगी वाला स्वैग, चुनें सोहा अली से 9 ब्लाउज

नवरात्रि पूजा की Common Mistakes, तभी हर घर नहीं मिलता 100% फल

पैरों की शोभा बढ़ाएंगी बिछिया के ये 5 डिजाइन, देखने वाले कहेंगे ओह वाव

दरिद्रता का होगा घर में वास! बिस्तर में खाने से होती हैं 6 परेशानियां