मुस्लिम देशों में अब हलाल हॉलिडे की मांग काफी बढ़ रही है। खासकर महिलाएं हलाल हॉलिडे को पसंद कर रही हैं। हलाल हॉलिडे का मामला काफी ट्रेंड में आ चुका है।
हलाल हॉलिडे में लोग इस्लामिक नियमों के दायरे में ही रहना चाहते हैं। आखिर किस वजह से इसे हलाल नाम दिया गया है और इन खास छुट्टियों की क्या कहानी है?
हलाल हॉलिडे को एक तरह का टूरिज्म माना जा रहा है, जिसमें आप अपने इस्लामिक नियमों का पालन करते हुए कहीं भी घूम सकते हैं।
हलाल हॉलीडे के हिसाब से घूमने पर मुस्लिम लोगों को अपनी धार्मिक वैल्यूज से समझौता नहीं करना पड़ता है और वो धर्म को फॉलो करते हुए कुछ दिन छुट्टी के बिता देते हैं।
इस कंसेप्ट में कई होटल या वॉकेशन डेस्टिनेशन खुल गए हैं, जहां मुस्लिमों को एडवेंचर, एंटरटेनमेंट दिया जाता है, लेकिन इसी के साथ खाना और नो शराब जैसे नियमों का भी ध्यान रखा जाता है।
कपड़ों को लेकर भी नियम इस्लाम के हिसाब से होते हैं। ग्लोबल मुस्लिम ट्रैवल इंडेक्स के हिसाब से 2022 में हलाल ट्रैवल बिजनेस 220 बिलियन डॉलर (1,81,60,61,50,00,000) का हो चुका है।