असली चिकनकारी हाथ से की जाती है। इसमें बारीक और इंट्रीकेट पैटर्न होते हैं। हर एक टांका साफ और सटीक होता है। मशीन से की गई कढ़ाई में पीछे की तरफ धागे उलझे और असमान होते हैं।
असली चिकनकारी में फूल, पत्ते और ज्यामितीय पैटर्न होते हैं। असली चिकनकारी में पैटर्न बहुत ही बारीक और समान होते हैं, जबकि नकली कढ़ाई में पैटर्न असमान और अनियमित हो सकते हैं।
असली चिकनकारी में हाई क्वालिटी वाले धागों का उपयोग होता है, जो मजबूत और चमकदार होते हैं। असली कढ़ाई में धागे जल्दी टूटते नहीं हैं और उनकी रंगत में भी अलग सी चमक होती है।
चिकनकारी कढ़ाई मुख्य रूप से मुलायम कपड़ों जैसे कोटा, जॉर्जेट, शिफॉन और कॉटन पर की जाती है। कपड़े की क्वालिटी पर ध्यान दें। असली चिकनकारी कढ़ाई वाला कपड़ा हल्का और आरामदायक होता है।
असली चिकनकारी की कढ़ाई में समय और मेहनत लगती है, इसलिए इसकी कीमत ज्यादा होती है। अगर बहुत सस्ते दाम में ये मिल रहा है तो उसकी गुणवत्ता पर संदेह करें।
असली चिकनकारी में कई प्रकार की कढ़ाई की जाती है, जैसे कि 'बकिया', 'फंदा', 'टिप्पी' आदि। असली चिकनकारी में आपको अलग-अलग प्रकार की कढ़ाई और बारीकी देखने को मिलेगी।
असली चिकनकारी लखनऊ और आसपास के इलाकों में बनाई जाती है। संभव हो, तो लोकल शिल्पकारों से ही खरीदें। इससे आप असली चिकनकारी कढ़ाई आउटफिट पा सकते हैं।