कोसा सिल्क एक नैचुलर फाइबर है। आप साड़ी के एक छोटे धागे को लें और उसे जलाएं। अगर ये असली है तो जलने पर बाल की तरह गंध देगा और राख के रूप में काला चूरा छोड़ देगा।
अब दुकानदार आपको सिंथेटिक सामग्री से बनी साड़ी बेच रहा है जो जब इसे जलाएंगे तो ये साड़ी प्लास्टिक जैसी गंध के साथ जलेगी और पिघलती हुई गेंद बनाती है।
इस ट्रिक में आप साड़ी का एक कोना लें और उसे एक अंगूठी के अंदर से गुजारें। असली सिल्क आसानी से अंगूठी से गुजर जाएगा क्योंकि यह पतला और चिकना होता है। नकली नहीं निकल पाएगी।
असली सिल्क पानी को जल्दी से अवशोषित करता है, क्योंकि यह एक प्राकृतिक फाइबर है। नकली सिल्क, जो सिंथेटिक होता है, पानी को अवशोषित करने में अधिक समय लेगा।
कोसा सिल्क साड़ी की बनावट खुरदुरी और मोटी होती है, जबकि नकली सिल्क मुलायम और प्लास्टिक जैसी हो सकती है। एक हल्का खिंचाव और मोटाई महसूस होगी, क्योंकि ये नैचुलर सिल्क है।
असली कोसा सिल्क की चमक हल्की, मद्धम और प्राकृतिक होती है, ये चकाचौंध करने वाली नहीं होती। नकली सिल्क की चमक बहुत तेज और प्लास्टिक जैसी होती है, जो नेचुरल नहीं लगती।
असली कोसा सिल्क साड़ियों में बुनाई और कढ़ाई का काम बहुत बारीक और डिटेलिंग में होता है। क्योंकि ये हाथ की कारीगरी होती है। नकली साड़ियों में यह मशीन से किया हुआ अलग दिखता है।