बाजार में आपको कई तरह की कांजीवरम साड़ी मिल जाएगी, जो ₹500 से लेकर 5000 और ₹10000 तक की होती है। इनमें से असली कौन सी है और नकली कौन सी, जानें-
कांजीवरम साड़ी को बड़ी मेहनत से बनाया जाता है। इसमें रेशमी धागों से कारीगरी की जाती है। इसी कारण कांजीवरम साड़ी का रेट अन्य साड़ियों की तुलना में ज्यादा होता है।
असली कांजीवरम साड़ी में रेशम के धागों का इस्तेमाल होता है, जिसकी बनावट दानेदार होती है। आप छूकर असली और नकली कांजीवरम साड़ी में अंतर पता कर सकते हैं।
असली कांजीवरम साड़ी पर हैवी वर्क होने के बाद भी यह बहुत लाइटवेट होती है, जबकि नकली कांजीवरम साड़ी बहुत भारी होती है और इसका कपड़ा भी मोटा होता है।
असली कांजीवरम साड़ी में बहुत हैवी थ्रेड वर्क किया जाता है और यह चमकती हुई नजर आती है। इसमें मुगल इंस्पायर्ड डिजाइन बने होते हैं और इसकी चमक कभी नहीं जाती है।
अगर आप असली कांजीवरम साड़ी के एक धागे को जलकर देखेंगे तो असली धागे को जलाने के बाद गंधक जैसी महक आती है और धागा राख बन जाता है।
असली कांजीवरम साड़ी में बेहद लाइट वेट सिल्क का मटेरियल इस्तेमाल किया जाता है। जबकि नकली कांजीवरम साड़ी में सिंथेटिक फैब्रिक का इस्तेमाल होता है, जो बहुत सस्ता आता है।