कश्मीरी केसर की गुणवत्ता दुनिया में सबसे अच्छी मानी जाती है। इसके धागे गहरे लाल रंग के होते हैं, जिसमें पीले हिस्से बहुत कम होते हैं, जो इसकी शुद्धता का प्रतीक है।
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नैचुरल रंग और सुगंध
इसमें तीव्र और मीठी सुगंध होती है, जो दूसरे केसर से अलग और अधिक मूल्यवान बनाती है। कश्मीरी केसर से आने वाला रंग गहरा सुनहरा या नारंगी होता है, जो फूड को अट्रैक्टिव बनाता है।
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केसर के औषधीय गुण
इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-डिप्रेसेंट, और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाते हैं। यह पाचन, हृदय स्वास्थ्य और मानसिक तनाव को कम करने में सहायक है।
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स्वाद में अनोखापन
इसका स्वाद हल्का मीठा और थोड़ा कड़वा होता है, जिसमें मिट्टी जैसी तासीर भी शामिल होती है, जो इसे खास बनाती है।
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सौंदर्य और त्वचा के लिए उपयोग
केसर का उपयोग त्वचा की देखभाल में भी किया जाता है। यह त्वचा को चमकदार और निखरा हुआ बनाता है, और त्वचा की टोन में सुधार करता है।
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संस्कृतिक और धार्मिक महत्व
कश्मीरी केसर का उपयोग कई धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों में भी किया जाता है। इसे पवित्र और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है।
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महंगी और दुर्लभता
कश्मीरी केसर की खेती की कठिनाई और ज्यादा श्रम लगने के कारण, यह बहुत महंगा और दुर्लभ होता है। इसकी खेती कश्मीर की विशेष जलवायु में ही संभव है, जो इसे और अधिक विशिष्ट बनाती है।