राजस्थान के अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर में लाख की चूड़ियां बनाने की पारंपरिक कला प्रसिद्ध है। इन चूड़ियों की मांग पूरे देश में बनी रहती है.
केरिना लक नमक कीड़े से लख की चूड़ियां तैयार की जाती है। जो पलाश, कुसुम और बेर के पेड़ों पर पाले जाते हैं.
यह कीड़े इन पौधों की टहनियों से रस चूस कर अपना भोजन एकट्टठा करते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए लाख को स्रावित कर अपना सुरक्षा कवच बनाते हैं।
इसी कवच को टहनियों से काटकर इकट्ठा करने के बाद लाख तैयार किया जाता है, जिसे कारीगर हाथों से लाख की चूड़ियां बनाते हैं।
महिलाएं विशेष पूजा और व्रत में लाख की चूड़ियां पहनती हैं, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
लाख की चूड़ी पहनने की परंपरा भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उमस भरी गर्मी में लगाएं फ्रेशनेस का तड़का! चुनें 6 रंगीन Checked Dress
भारीपन में भी रूप दिखेगा खिला-खिला, चुनें Huma Qureshi से 5 सूट
हुस्न की रानी दिखेंगी आप ! स्टाइल करें अपूर्वा मखीजा से ब्लाउज डिजाइन
नोरा सा बदन दिखेगा गोरा! Extra ग्लो देंगे Lemon Suit Set