भारतीय संस्कृति में नथ के बिना हर लुक अधूरा है। क्योंकि नथ हर सुहागिन स्त्री के सोलह श्रृंगार में से एक है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इसे नाक के बाई तरफ ही पहना जाता है।
आपने ज्यादातर महिलाओं को नाक के बाईं ओर ही नथ पहनते हुए देखा होगा। विज्ञान की दृष्टि से नाक के बाईं ओर नथ पहनना लाभदायक है।
मान्यता यह है कि नाक का बायां हिस्सा महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ा होता है। बताते हैं कि इस हिस्से में छेद करके नोज रिंग पहनने से मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। इससे कई रोगों से निपटने में लाभ मिलता है।
हमेशा सोने या चांदी की नथ पहनने की सलाह दी जाती है। जहां सोना धातु शरीर को एनर्जी देता है, तो वहीं चांदी शरीर को शीतलता प्रदान करती है।
चांदी को मन का कारक भी माना जाता है, इसलिए चांदी की नोज रिंग पहनने से मानसिक शांति भी मिलती है।