मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को केतकी और कमल के फूल अर्पित नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भोलेनाथ रुष्ट हो सकते हैं।
भगवान शिव को पूजा के दौरान हल्दी अर्पित नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और ऐसा करने से भगवान शिव रुष्ट भी हो सकते हैं।
वैसे पूजा में लगभग हर भगवान को नारियल चढ़ाया जाता है, लेकिन भगवान शिव को नारियल अर्पित नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे लक्ष्मी मां का प्रतीक माना जाता है।
भगवान शिव की पूजा के दौरान उन्हें रोली या सिंदूर भी अर्पित नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह सुहाग का प्रतीक होता है। इतना ही नहीं शिवलिंग पर सुहाग की सामग्री भी अर्पित नहीं करनी चाहिए।
भगवान शिव की पूजा में तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए। तुलसी चढ़ाने से भक्तों को भगवान शिव के रौद्र रूप का शिकार होना पड़ सकता है।
शिवजी का अभिषेक करते समय कभी भी शंख का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि भगवान शिव ने त्रिशूल से शंखचूड़ का वध किया था और उन्हीं की हड्डियों से शंख का जन्म हुआ था।