शाहरुख का मानना है कि सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत सबसे महत्वपूर्ण कारक है, चाहे बैग्राउंड या विश्वास कुछ भी हो।
शाहरुख खान ने कहा था कि आर्थिक स्थिरता हासिल करने से पहले दार्शनिक मत बनों। पहले अपने सपनों की मजबूत नींव रखों। उसके बाद दर्शनशास्त्र की तरफ बढ़ों।
चुनौतियों या असफलताओं को हावी होने देने के बजाय, वह अपनी एनर्जी को सार्थक काम में लगाने की सलाह शाहरुख खान देते हैं।
शाहरुख खान ने कहा था कि असली विकास अक्सर उपलब्धियों से नहीं, बल्कि असफलताओं से आता है। सफलता कोई अच्छी शिक्षक नहीं होती, असफलता आपको विनम्र बनाती है।
न तो हमारी उपलब्धियां और न ही हमारी सबसे बड़ी असफलताएं हमें परिभाषित करती हैं। सभी अनुभव, अच्छे और बुरे, अस्थायी होते हैं, इसलिए आगे बढ़ते रहें, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
शाहरुख खान कहते हैं कि हमारा नजरिया हमारे जीवन को प्रभावित करता है। वो हमारे चेहरे पर नजर आता है। इसलिए निगेटिव की जगह हमेशा पॉजिटिव सोच रखो।
क्रिएटिविटी के लिए समर्पण और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। अंततः,क्रिएटिव फील्ड्स में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रयास का कोई ऑप्शन नहीं है।
कंफ्यूज होना बिल्कुल ठीक है। जिंदगी के किसी भी मोड़ पर अगर आप उलझन में हैं, तो यह बिल्कुल सामान्य है। यही अनिश्चितता आपको खुद को बेहतर समझने और आगे बढ़ने की राह दिखाती है।