अपने छोटे गार्डन के लिए ऐसी जगह चुनें जहां पर्याप्त धूप मिले। पानी की निकासी अच्छी तरह से हो और उगाए जाने वाले पौधों को बढ़ाने के लिए पर्याप्त जगह मौजूद हो।
बेंच या ट्रेलिस जैसे पौधों को रोड और किसी भी हार्ड स्केपिंग एलिमेंट की जगह पर अपने बगीचे का डिजाइन तैयार कर सकते हैं। आप इसे ऑनलाइन देखकर भी मोडिफाई कर सकते हैं।
हमेशा गार्डन बनाने से पहले अपनी मिट्टी के pH लेवल का परीक्षण करें। जरूरी हो तो इसे मॉडिफाई करें। सुधार के लिए खाद या कार्बनिक पदार्थ मिला सकते हैं।
ऐसे पौधे चुनें जो आपकी क्लाइमेट और ग्रोइंग कंडीशन के लिए सूटेबल होते हैं। अपनी निजी जरूरत के हिसाब से तैयार करें, चाहे वह जड़ी-बूटी, सब्जियां, फूल या तीनों को मिक्स करें।
बागीचा बनाने के लिए हल्के गमलों या हल्के कंटेनर्स का उपयोग करें। इनका वजन बालकनी पर ज्यादा नहीं पड़ता है। हल्के गमलों को एक जगह से दूसरी जगह रखना आसान होता है।
अपने स्पेसिफिक एरिया के लिए पौधा रोपण के समय का पालन करें और रोपण या बीजों को उनकी खाली जगह के हिसाब से लगाएं। ताकि पौधे सही से ग्रो कर सकें।
पौधों को पानी देने का भी एक तरीका होता है। इसके लिए वॉटरिंग कैन का उपयोग कर सकते हैं। यह टूल 5 से 10 लीटर का आता है। पानी धीमी गति से गमले में डालें ताकि मिट्टी बाहर न गिरे।
बढ़ते मौसम के दौरान अपने पौधों को उचित मात्रा में पानी और उर्वरक दें। अगर जरूरी हो तो कीटों और बीमारियों की निगरानी करें। पौधों की अच्छी बढ़त के लिए नियमित ऑर्गेनिक खाद डालें।