तुलसी माला पहनते समय विचारों और इरादों में पवित्रता जरूरी है। ऐसा माना जाता है कि माला प्रार्थना और मंत्रों की ऊर्जा को बढ़ाती है। इसे सच्चे मन और पॉजिटिव टारगेट के साथ पहनें।
तुलसी माला को गले में पहनना या किसी पवित्र स्थान, जैसे पूजा स्थल में रखना सबसे अच्छा होता है। इसे ध्यान, प्रार्थना या मंत्र जाप के समय पहनना आदर्श होता है। फैशन के लिए ना पहनें।
अपनी तुलसी माला के साथ एक व्यक्तिगत संबंध विकसित करें। इसे नियमित रूप से अपने आध्यात्मिक अभ्यासों में उपयोग करें। इससे आपको कई तरह के लाभ मिलेंगे।
ध्यान रखें कि माला को कहां रखा जा रहा है या पहना जा रहा है। इसे अशुद्ध हाथों से न छुएं और गंदे स्थानों में न रखें। ऐसी गतिविधियों में इसे ना पहनें जो पवित्रता पर असर डाल सकती हो।
अपनी तुलसी माला को दूसरों के साथ साझा करना अशुभ माना जाता है। हर माला को उसके स्वामी की ऊर्जा का वाहक माना जाता है और इसे साझा करने से इसकी आध्यात्मिक प्रभावशीलता बाधित हो सकती है।
माला की पवित्रता बनाए रखने के लिए इसे नियमित रूप से साफ करें। माला को साफ पानी से धोएं और स्वच्छ स्थान पर सुखाएं। इसे गंदगी, केमिकल या किसी भी अशुद्धता से दूर रखें।
माला को सम्मान और सावधानी के साथ संभालें। इसे गिरने या उलझने से बचाएं। इसे एक पवित्र वस्तु के रूप में मानें जो आदर की पात्र है। उपयोग में न होने पर विशेष थैली या डिब्बे में रखें।