20 मई को वर्ल्ड व्हिस्की डे मनाया जाता है। 2008 में व्हिस्की डे मनाने की शुरुआत हुई। व्हिस्की और बीयर पारखी और लेखक माइकल जैक्सन के सम्मान में इसे मनाया जाता है।
दुनिया में अल्कोहल में सबसे ज्यादा पॉप्युलर डिस्टिल्ड स्पिरिट व्हिस्की है। भारत में भी इसे काफी पसंद किया जाता है। चलिए इससे जुड़े मिथक को जानते हैं।
मिथ है कि व्हिस्की सिर्फ पुरुषों का ड्रिंक हैं। क्लबों में इसका सिर्फ वहीं आनंद लेते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि मदहोश करने वाली लिक्विड लिंग से परे हैं। महिलाएं भी इसे पी सकती हैं।
व्हिस्की में बिना पानी या सोडा मिलाए कर पीने से यह मिथ जुड़ा है। कुछ लोग इसमें सिर्फ बर्फ का टुकड़ा डालकर पीना पसंद करते हैं। सच तो यह है कि इसका कॉकटेल बनाकर भी लिया जा सकता है।
यह धारणा है कि कॉकटेल केवल सफेद शराब के साथ बनाया जाता है। लेकिन यह धारणा गलत है। किसी भी तरह की व्हिस्की का कॉकटेल बनाया जा सकता है।
सदियों से माना जाता है कि ब्लेंडेड व्हिस्की ज्यादा रिफाइंड नहीं होती है। जबकि यह एक विज्ञान से जुड़ी कला है। ब्लेंडेड व्हिस्की, जब सही तरीके से किया जाना चाहिए।
कई लोगों का कहना है कि व्हिस्की एक विंटर ड्रिंक है। जबकि सच्चाई है कि इसे किसी भी मौसम में लिया जा सकता है।
ये धारणा भी गलत है। व्हिस्की कई तरह के होते हैं और उनका स्वाद भी अलग-अलग होता है। तो व्हिस्की को बिना किसी मिथक के अपने अनुसार ड्रिंक या कॉकटेल बनाकर ले सकते हैं।