ब्रेकअप के बाद अपनी भावनाओं को दबाए नहीं, उसे बाहर निकलने दें। रोना हो तो खूब रोएं, गुस्सा या निराशा हो तो उसे महसूस करें। उदास है तो फिर उस भावना को दबाएं नहीं। इसे होने दें।
ब्रेकअप के बाद खुद को समय देना अहम है। हीलिंग में वक्त लगता है तो धैर्य रखें और खुद को बेहतर महसूस करने के लिए वक्त दें। वक्त हर जख्म को भर देता है।
ब्रेकअप के बाद कोशिश करें कि ज्यादा अकेले ना हो। दोस्त और फैमिली के साथ वक्त गुजारें। उनकी कंपनी में रहकर आप अकेलेपन से बाहर आ सकते हैं।
ब्रेकअप के बाद अपने रूटीन में बदलाव करें। योग, एक्सरसाइज, बुक पढ़ना, डांस करना आपकी जो भी हॉबी है उस पर फोकस करें। अपनी एनर्जी को पॉजिटिव वे में ले जाएं।
सोशल मीडिया पर अगर आपका एक्स है तो फिर आपको इससे दूर रहना चाहिए। कुछ वक्त के लिए सोशल मीडिया अकाउंट को बंद कर दें। यह आपको शांत और फोकस्ड रहने में मदद करेगा।
ब्रेकअप के बाद जिंदगी खत्म नहीं होती है। आप नई चीजें सीखें, जैसे नई भाषा, डांस, पेंटिंग। दिल टूटने के बाद एक नया अनुभव आपकी जिंदगी में जुड़ता है। इसे भी पॉजिटिव तरीक से लें।
खुद के प्रति दयालु रहें और अपनी मानसिक एवं शारीरिक सेहत का ध्यान रखें। अपनी हर तरह की भावना को व्यक्त करें। एक डायरी लें उसमें लिखें। इससे आप हल्का महसूस करेंगी।
यदि ब्रेकअप से उबरना बहुत कठिन लग रहा है, तो किसी काउंसलर या थेरेपिस्ट से मिलें। वे आपकी भावनाओं को समझेंगे और आपको सही दिशा देंगे।
अपनी पसंद-नापसंद पर ध्यान दें। अपने बारे में सोचें कि आप कौन हैं और जीवन में आप क्या चाहते हैं। ब्रेकअप एक मुश्किल दौर होता है, लेकिन यह भी एक नए शुरुआत का मौका हो सकता है।