आराध्या की हमसाया बनकर ऐश्वर्या राय रहती हैं। जहां भी जाती हैं वो अपने साथ उसे लेकर जाती है। हैरानी तब होती है देखकर कि वो एक पल के लिए भी बेटी का हाथ नहीं छोड़ती हैं।
आराध्या बच्चन 13 साल की हो गई हैं। वो भी ममा की बेटी हैं। अभिषेक बच्चन के होते हुए भी मां का हाथ थामकर ही चलती हैं। लेकिन सवाल है कि क्या बच्चों को इतना प्रोटेक्ट करना सही है?
जब तक बच्चा बड़ा नहीं हो जाता है माता-पिता को उनकी चिंता करनी चाहिए। लेकिन हद से ज्यादा बच्चों के साथ रहना या फिर हाथ पकड़कर चलना बच्चे के लिए सही नहीं होता है।
अधिक सुरक्षा से बच्चों की स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है। उन्हें अपनी गलतियों से सीखने और नई चीज़ें खोजने का अवसर मिलना चाहिए।
यदि बच्चा हर समय सुरक्षा में रहे, तो उसका मानसिक और सामाजिक विकास धीमा हो सकता है। उन्हें समाज में लोगों से मिलने-जुलने और चुनौतियों का सामना करने का अनुभव जरूरी है।
बच्चों को सुरक्षा देना जरूरी है, लेकिन इसे सही संतुलन में रखना चाहिए। उन्हें अपने अनुभवों से सीखने का मौका देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
ऐश्वर्या राय का सिचुएशन थोड़ा अलग है, क्योंकि वह एक सेलिब्रिटी हैं। इस वजह से उनके परिवार पर मीडिया का ध्यान अधिक रहता है, जो बच्ची पर भी दबाव डाल सकता है।