ग्वालियर के गिरवाई थाना क्षेत्र के बाबा वाली पहाड़ी पर रहने वाली अंजली कुशवाह ने अपने पति लोकेन्द्र कुशवाह की हत्या कर दी।हैरानी की बात यह थी कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था।
19 सितंबर को लोकेंद्र का शव घर पर संदिग्ध हालत में मिला। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। सबूत हत्या का इशारा पत्नी अंजलि की तरफ कर रहे थे।
पुलिस ने अंजलि से पूछताछ शुरू की और जद में दो लोग और आ गए। अंजलि का मौसेरा भाई नंदू और गौरव। तीन लोगों ने हत्या की साजिश रची थी।
मौसेरे भाई ने पूछताछ में बताया कि उसकी बहन अंजलि का प्रेम प्रसंग गौरव के साथ चल रहा था। रास्ते से पति को हटाने के लिए उसने हत्या की।
अंजली ने लोकेन्द्र को शराब और मछली खिलाई। जब वह नशे में मस्त हो गया तो उसकी हत्या कर दी। अंजलि ने कहा कि उसे हत्या करने पर कोई पछतावा नहीं है। प्यार की खातिर उसने ये किया।
अंजलि और लोकेंद्र की शादी 4 साल पहले हुई थी लेकिन वह उसे पसंद नहीं करती थी क्योंकि वो आर्थिक रूप से कमजोर था। वहीं गौरव पैसे वाला था जिसकी वजह से उसने पति को धोखा दिया।
लोकेंद्र को पत्नी की बेवफाई का पता चल गया था। लेकिन वो कुछ पहले कर पाता , उसकी पत्नी ने उसकी जान ही ले ली। कलयुग में इस तरह के रिश्तों से सावधान रहने की जरूरत है।