शाहरुख खान अपने प्यार गौरी को पाने से लेकर फिल्मों में अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने अपने दम पर कामयाबी हासिल की है।
शाहरुख खान कहते हैं कि सक्सेस अच्छी टीचर नहीं है, बल्कि फेलियर हमें हंबल बनाता है। मतलब असफल होकर ही हम सफल होते हैं और ये हमें हंबल बनाता है।
रिलेशनशिप की बात करें तो शाहरुख खान ने जिससे प्यार किया उसी से शादी की। गौरी से उनके तीन बच्चे हैं। वो अपने बच्चों के रोल मॉडल हैं। आइए उनकी सफलता का मंत्र जानते हैं।
किंग खान कहते हैं कि आप जो भी कर रहे हैं, उसे एक बार करें फिर करें और ज्यादा फोकस से करें। अभ्यास से चीजें आसान लगने लगती है। मेहनती बनो और हर काम को पहला काम समझो।
शाहरुख खान की मानें तो दुनिया में सिर्फ एक ही धर्म है वो कड़ी मेहनत। इसके साथ वो कहते हैं कि नॉर्मल जैसी चीज यहां कुछ नहीं हैं। नॉर्मल सिर्फ लाइफलेस का दूसरा नाम है।
अपने डर को ऐसा बक्सा नहीं बनने दें जिसमें आप कैद हो जाएं। उसे खोले, महसूस करें और डर को अपनी सबसे बड़ी हिम्मत में बदल दें। आप इसे करने में सक्षम हैं और कर सकते हैं।
जो चीज आपको पीछे खींच रही है, वो तब तक दूर नहीं होगी जब तक कि आप उसके अपोजिट डायरेक्शन में रास्ता बनाना शुरू ना कर दें। रोना बंद कर चलना शुरू करें।
शाहरुख खान कहते हैं कि अगर आपमें जोश नहीं, पेट में वो आग नहीं तो आप कुछ नया नहीं कर सकते हैं। नया और शानदार करने के लिए चार्जअप होना जरूरी है।
एक वक्त ऐसा आएगा जब आपके मुताबिक चीजें नहीं होंगी ऐसे में पैनिक नहीं होना। शर्मिंदगी से आप बच जाएंगे, लेकिन आपको बस एक और स्टेप लेकर आगे बढ़ना होगा।
शाहरुख खान कहते हैं कि सक्सेस अच्छी टीचर नहीं है, बल्कि फेलियर हमें हंबल बनाता है। मतलब असफल होकर ही हम सफल होते हैं और ये हमें हंबल बनाता है।