शादी का सीजन आने वाला है। जिनकी इस लगन में शादी होने वाली है वो कपल अपनी शादी और उससे जुड़ी रस्मों को लेकर सपने संजोने लगे होंगे।
शादी में सगाई, हल्दी, मेहंदी, कन्यादान समेत कई रस्म होती है। इसी रस्म में एक होता है सुहागरात। जो शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन को निभाने होते हैं।
सुहागरात में दूल्हा-दुल्हन हमेशा के लिए एक हो जाते हैं। मन के साथ-साथ उनके तन का भी मिलन होता है। इंग्लिश में सुहागरात को 'फर्स्ट नाइट' कहा जाता है।
अक्सर लोग सुहागरात को हिंदी और उर्दू दोनों से जोड़ देते हैं। लोगों को नहीं बता होता है कि उर्दू में इस शब्द को या रस्म को क्या कहा जाता है।
उर्दू में सुहागरात को 'शब-ए-अरूसी' कहा जाता है। इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता हैं।
अगर लव मैरेज होता है तो सुहागारत में दूल्हा-दुल्हन दोनों एक दूसरे को लेकर कंफर्टेबल होते हैं। लेकिन अरेंज मैरेज में पहले एक दूसरे को जानें और फिर फिजिकल होने की रस्म निभाएं।