शादी में बंधने के बाद पति-पत्नी को अपनी जरूरतों-चाहतों और सपनों को एक दूसरे के साथ बांटना होता है। कभी-कभी रिश्ते को बचाने के लिए समझौता भी करना पड़ता है।
गुजरते वक्त के साथ शादी की तस्वीर बदल जाती है। कुछ कपल एक दूसरे की जान हो जाते हैं। तो कुछ कपल के बीच इतनी दूरियां आ जाती है कि वो एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते हैं।
कपल्स के बीच बात-बात पर किसी मुद्दे पर लड़ाई होती है। दोनों के बीच प्यार बिल्कुल खत्म हो जाता है। एक वक्त ऐसा आता है जब दोनों एक दूसरे से नफरत करने लगते हैं।
भारत में कई शादियां ऐसी होती है जहां बिना प्यार के कपल को साथ में रहना पड़ता है। वो उसे चाहकर भी तोड़ नहीं सकते हैं। तो फिर ऐसे में क्या करें कि नफरत की जगह प्यार ले ले
बार-बार लड़ाई से तंग आ गए हैं तो शांति से कहीं बैठे और पूरी चीजों पर गौर करें। पति के नजरिए को भी समझने की कोशिश करें। हो सकता है कि आप लड़ाई को सुलझा लें।
किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए खुद को शांत करना बहुत जरूरी है। पति का साथ अच्छा नहीं लग रहा है तो कुछ वक्त के लिए उनसे दूर हो जाए।इस दौरान सोचें कि रिश्ते को कैसे निभाना है।
अक्सर हम गुस्से में सामने वाले की निगेटिव साइड देखते हैं। जरूरी है कि हम उसके अच्छाई को देखें। उन दिनों को याद करें जब आप दोनों के बीच प्यार हुआ करता था।
ऐसा नहीं होता है कि ताली एक हाथ से बजती है। रिश्ते को खराब करने में आपका भी रोल रहा होगा। खुद में भी सुधार कीजिए और पार्टनर से शांति से बात करके रिश्ते में प्यार लाइए।
एक दूसरे को समझने के लिए एक ट्रिप प्लान करें। वहां पर आपस में बातचीत करें। तलाक नहीं लेना है तो फिर लड़ाई के साथ ताउम्र नहीं रह सकते हैं।