Hindi

बच्चों के सामने पैरेंट्स को नहीं चाहिए लड़ना, 8 कारण जान हिल जाएंगे आप

Hindi

इमोशनल तनाव

बच्चे झगड़े और तनाव को आसानी से महसूस कर लेते हैं। भले ही वो पूरी बात ना समझें। माता-पिता को लड़ता देख बच्चे चिंतित, डरे हुए या दुखी महसूस कर सकते हैं,जिससे उनका मनोबल गिर सकता है।

Image credits: freepik
Hindi

नाराजगी महसूस करना

लगातार लड़ाई-झगड़े देखकर बच्चे माता-पिता में से किसी एक या दोनों से नाराज हो सकते हैं। इससे उनके और माता-पिता के बीच रिश्तों में दूरी आ सकती है।

Image credits: pinterest
Hindi

लंबे समय तक मेंटल इफेक्ट

माता-पिता के झगड़ों का बच्चों की मेंटल हेल्थ पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। यह तनाव, डिप्रेशन या व्यवहार संबंधी समस्याओं की वजह हो सकती है।उनके पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर असर हो सकता है।

Image credits: Social Media
Hindi

निगेटिव व्यवाह की नकल करना

बच्चे वही व्यवहार सीखते हैं, जो वे अपने माता-पिता को करते देखते हैं। अगर वे बहस और झगड़े को समस्या हल करने का तरीका मान लेंगे, तो वे अपने रिश्तों में भी ऐसा ही व्यवहार करेंगे।

Image credits: freepik
Hindi

असुरक्षा की भावना

माता-पिता के झगड़े से बच्चे परिवार की स्थिरता को लेकर असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। उन्हें लग सकता है कि माता-पिता अलग हो सकते हैं या उनका घर सुरक्षित नहीं है।

Image credits: freepik
Hindi

आत्मसम्मान पर असर

अक्सर बच्चे माता-पिता के झगड़ों का कारण खुद को मान लेते हैं। इससे उनका आत्मसम्मान कम हो सकता है और वे खुद को दोषी महसूस कर सकते हैं।

Image credits: freepik
Hindi

एजुकेशन में गिरावट

बच्चे अपने घर के माहौल से सीधे प्रभावित होते हैं। घर में तनावपूर्ण माहौल उनकी पढ़ाई और स्कूल परफॉर्मेंस पर निगेटिव असर डाल सकता है।

Image credits: freepik
Hindi

रिश्तों में खटास

बच्चों के सामने लड़ाई करने से उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रिश्तों में दूरी आ सकती है। इससे बच्चे खुद को अकेला महसूस कर सकते हैं।

Image Credits: freepik