अब सरकार ने 21वीं पशुधन गणना की तैयारी शुरू कर दी है। इस साल सितंबर से दिसंबर माह के बीच पशुधन गणना शुरू की जाएगी।
अब सरकार ने 21वीं पशुधन गणना की तैयारी शुरू कर दी है। इस साल सितंबर से दिसंबर माह के बीच पशुधन गणना शुरू की जाएगी।
केंद्रीय पशुपालन विभाग और डेयरी मंत्रालय को पशुओं की गणना की जिम्मेदारी दी गई है।
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय मोबाइल तकनीक का प्रयोग करके 21वीं पशुधन गणना की जाएगी।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिाकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की गई थी। दोनों की भागीदारी और सहयोग ये पशुधन गणना की जाएगी।
जानवरों की सभी प्रजातियों की गणना होगी। इसमें गाय, भैंस, भेड़, बकरी, सुअर, घोड़े, कुत्ता, हाथी सभी गिने जाएंगे। पोल्ट्री पक्षियों में मुर्गी, बत्तख आदि भी गिने जाएंगे।
1919 से हर पांच साल में देश में पशुधन गणना हो रही है। 2019 भी पशुधन गणना हुई थी। पशुधन गणना का डेटा हर पांच साल में तैयार कर रखा जाता है ताकि देश के वास्तविक पशुधन की गणना हो सके।