मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर, PV नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और MS स्वामीनाथन को (मरणोपरांत) भारत रत्न दिया है। इससे पहले LK आडवाणी को भी इस सम्मान से नवाजा है।
बता दें कि 70 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब एक साल में सबसे ज्यादा 5 शख्सियतों को 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया है।
इससे पहले एक साल में अधिकतम तीन लोगों को ही भारत रत्न देने की परंपरा रही है। ये पहला मौका है, जब एक साथ 5 लोगों को भारत रत्न दिया गया है।
बता दें कि पिछले कुछ सालों से किसी को भी 'भारत रत्न' सम्मान नहीं दिया गया था। ऐसे में इस बार 5 लोगों को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से नवाजा गया है।
हालांकि, अभी इस बात की घोषणा नहीं हुई है कि किस शख्सियत को किस साल के लिए 'भारत रत्न' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
भारत रत्न की शुरुआत 1954 से हुई। सबसे पहले इस सम्मान से सर्वपल्ली राधाकृष्णन, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी और डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकटरमण को नवाजा गया।
अब तक कुल 53 लोगों को 'भारत रत्न' सम्मान दिया जा चुका है। आखिरी बार भारत रत्न पाने वाली शख्सियत नानाजी देशमुख हैं, जिन्हें 2019 में इस सम्मान से नवाजा गया।
पहले मरणोपरांत भारत रत्न नहीं दिया जाता था। हालांकि, 1966 में इस नियम को बदल दिया गया। इस बार घोषित 5 नामों में से 4 को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया है।