Aditya L1, सूरज का अध्ययन करने के लिए अपने प्वाइंट पर 125 दिनों में पहुंचेगा। यह धरती से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 में स्थापित होगा।
आदित्य एल-1 अंतरिक्ष में सूर्य की स्टडी करने के लिए पहला स्पेस बेस्ड भारतीय लैब है।
आदित्य एल-1 को सूर्य के चारों ओर बनने वाले कोरोना के रिमोट ऑब्जर्वेशन के लिए डिजाइन किया गया है।
सूर्य धरती का सबसे करीबी स्टार है। सूर्य की सतह पर होने वाली हलचल का असर धरती पर भी होता।
आदित्य-एल1 सात अत्याधुनिक उपकरण से लैस है। यह सूर्य पर रिसर्च करेंगे। ये सूर्य के प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फीयर और कोरोना की जांच करेंगे।