Aero India 2025 में रूस ने 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट Su-57E भेजा है। अगर भारत इसे खरीदता है तो चीन-पाकिस्तान के पास इसका जवाब न होगा। इसका सामना करने से दुश्मन कांपेंगे।
Su-57E दो इंजन वाला बेहद ताकतवर लड़ाकू विमान है। इसे उड़ाने के लिए एक पायलट की जरूरत होती है। यह अधिकतम 34000kg वजन के साथ उड़ सकता है।
Su-57E की अधिकतम रफ्तार 2500 km/h है। यह जमीन के पास 1350km/h की रफ्तार से उड़ सकता है। रेंज 3500 km है।
विमान के पंख का फैलाव 14.1 मीटर है। यह 66,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। यह 361m/s की रफ्तार से ऊंचाई प्राप्त करता है।
Su-57 में दो थ्रस्ट वेक्टरिंग सैटर्न इजडेलिये 117 इंजन लगे हैं। एक इंजन 93.1 KN की ताकत पैदा करता है। थ्रस्ट वेक्टरिंग इंजन होने के चलते यह बेहद फुर्तीला है।
Su-57 में दो मुख्य इंटरनल वेपन वे और विंग रूट पर दो छोटे वे हैं। विमान में छह बाहरी हार्डपॉइंट हैं। यह एक बार में 18 बम या मिसाइल ले जा सकता है।
Su-57 में 30mm का ऑटोकैनन लगा हुआ है। 1800 राउंड/मिनट की रफ्तार से फायर कर सकती है। इसका रेंज 800 मीटर है। इसे जमीन, समुद्र और हवाई टारगेट के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं।
हवा में दूसरे विमानों से लड़ाई के लिए Su-57 के पास K-77M मिसाइल है। इसका रेंज करीब 200km है। Su-57 एक बार में ऐसे 8 मिसाइल ले जा सकता है।